एक जोरदार गहरा मतलब बताने वाला और हँसा देने वाला किस्सा; भारत की जनता और बन्दर रूपी नेता और आतंकवादी शेर ; चुटकुला और चिंता, किस्सा और कहानी, ग़ज़ल और गीत
भारत की जनता और बन्दर रूपी नेता और आतंकवादी शेर |
एक बार देखादेखी जंगल के जानवरों को भी चुनाव का चस्का लग गया। वहां भी जनता की बेहद मांग पर चुनाव कराये गये। खूब वोट पडे। संयोग कुछ ऐसा कि सबसे ज्यादा वोट बंदर को मिले। लिहाजा बंदर राजा बन गया। शेर ने बंदर को चार्ज दे दिया।
एक दिन बंदर के पास एक बकरी आयी और बोली —महाराज शेर मेरे बच्चे को उठा ले गया है। आप कुछ करो नही तो मेरा बच्चा मारा जायेगा।
बंदर बोला—शेर की यह हिम्मत?
ऐसा कैसे किया उसने?
अब वो कोई राजा तो है नहीं कि, जो मन आये करता रहे। राजा तो मैं हूं।
बताओ कहां है शेर ?
तुम घबरावो मत, मैं अभी उसे देखता हूं।
बकरी उसको ले के गयी शेर के पास। शेर एक पेड के नीचे बकरी के बच्चे को अपने पंजे में दबोचे बैठा था।खाने की तैयारी कर रहा था ।
बकरी ने कहा–महाराज बचाइये मेरे बच्चे को।
बंदर ने त्वरित निर्णय लिया और उसी पेड के ऊपर चढ गया जिसके नीचे शेर बैठा था। वह एक डाल से दूसरी डाल,दूसरी से तीसरी डाल कूदता। पसीने -पसीने हो गया पर कूदना जारी रखा। काफी देर हो जाने पर बकरी बोली:-महाराज, कुछ करिये नही तो मेरा बच्चा मारा जायेगा।
इस पर बंदर हांफते हुये बोला–”देखो ,तुम्हारा बच्चा रहे या मारा जाये। हमारी दौड-धूप में कोई कमी हो तो बताओ।”
एक दिन बंदर के पास एक बकरी आयी और बोली —महाराज शेर मेरे बच्चे को उठा ले गया है। आप कुछ करो नही तो मेरा बच्चा मारा जायेगा।
बंदर बोला—शेर की यह हिम्मत?
ऐसा कैसे किया उसने?
अब वो कोई राजा तो है नहीं कि, जो मन आये करता रहे। राजा तो मैं हूं।
बताओ कहां है शेर ?
तुम घबरावो मत, मैं अभी उसे देखता हूं।
बकरी उसको ले के गयी शेर के पास। शेर एक पेड के नीचे बकरी के बच्चे को अपने पंजे में दबोचे बैठा था।खाने की तैयारी कर रहा था ।
बकरी ने कहा–महाराज बचाइये मेरे बच्चे को।
बंदर ने त्वरित निर्णय लिया और उसी पेड के ऊपर चढ गया जिसके नीचे शेर बैठा था। वह एक डाल से दूसरी डाल,दूसरी से तीसरी डाल कूदता। पसीने -पसीने हो गया पर कूदना जारी रखा। काफी देर हो जाने पर बकरी बोली:-महाराज, कुछ करिये नही तो मेरा बच्चा मारा जायेगा।
इस पर बंदर हांफते हुये बोला–”देखो ,तुम्हारा बच्चा रहे या मारा जाये। हमारी दौड-धूप में कोई कमी हो तो बताओ।”