नौकरी में मजे और तरक्की के फनी मंत्रों पर शायरी 😂
"बने रहो पगले, काम करेंगे अगले!"
"बने रहो कूल, सैलेरी मिलेगी फुल!"
"जिसने ली टेंशन, उसकी वाइफ लेगी पेंशन!"
"काम से डरों नहीं, काम को करो नहीं!"
"काम करो या न करो, काम की फिक्र जरूर करो!"
"फिक्र करो या न करो, फिक्र का जिक्र सबसे जरूर करो!"
"जो काम करे, उसे अंगुली करो, जो काम न करे, उसकी चुगली करो!"
नौकरी में मजे और तरक्की के फनी मंत्र: "बने रहो पगले, काम करेंगे अगले!" 😂
क्या आप अपनी नौकरी से परेशान हैं? क्या काम का बोझ आपको सता रहा है? तो ये फनी शायरी आपके लिए ही बनी है! ये सिर्फ शायरी नहीं, बल्कि ऑफिस में मजे करने और बिना टेंशन के टिके रहने के कुछ अनोखे 'सफलता मंत्र' हैं। आइए, इन मजेदार मंत्रों को थोड़ा और गहराई से समझते हैं, वो भी हमारे अपने देसी अंदाज़ में!
"बने रहो पगले , काम करेंगे अगले"
अरे भाई, ऑफिस है ये, रेस का मैदान नहीं! क्यों इतनी जल्दी है काम खत्म करने की? थोड़ा 'पगले' बन के रहो, मतलब चिल मारो! जो काम आज का है, उसे कल पर छोड़ दो। क्या पता कल कोई और ही उसे निपटा दे! है ना मजेदार?
"बने रहो कूल, सैलेरी मिलेगी फुल!"
टेंशन-वेंशन लेने से क्या फायदा? बॉस की डांट सुनो और एक कान से सुनकर दूसरे से निकाल दो। हमेशा कूल दिखो, जैसे कि दुनिया में कोई गम ही नहीं। और देखो, आपकी सैलेरी तो पूरी आएगी ही आएगी! टेंशन लेने वालों को कौन पूछता है?
"जिसने ली टेंशन, उसकी वाइफ लेगी पेंशन!"
अरे भाई! ये तो पत्थर की लकीर है, लिख के ले लो! जिसने ऑफिस की टेंशन को दिल से लगाया, समझो उसकी 'सेवानिवृत्ति' समय से पहले ही होने वाली है! ज्यादा सोच-विचार करने वालों का तो बीपी हाई और शुगर लो होना तय है। और जैसे ही आपकी 'ऊपर' की टिकट कटेगी, आपकी धर्मपत्नी आराम से पेंशन का आनंद उठाएंगी! सोचो, आप स्वर्ग में बैठे होंगे और वो शॉपिंग मॉल में! इसलिए, टेंशन-वेंशन छोड़ो और लंबी पारी खेलो! अपनी पेंशन का मजा खुद लो, समझे?
"काम से डरों नहीं ओर काम को करो नहीं!"
वाह! क्या गहरा दर्शन है! काम से डरना क्यों? आखिर करना तो है नहीं! और जब करना ही नहीं, तो डर कैसा? बस दूर से काम को देखो और मुस्कुराओ। काम खुद ही किसी न किसी 'कर्मचारी' के मत्थे चढ़ जाएगा!
"काम करो या न करो, काम की फिक्र जरूर करो!"
काम भले ही आपने न किया हो, लेकिन उसकी फिक्र तो जरूर करनी चाहिए! बॉस पूछे तो ऐसे बताओ जैसे सारा काम आप ही संभाल रहे हो। थोड़ी 'फिकर' दिखाने से माहौल बना रहता है और आप सुरक्षित भी रहते हैं!
"फिक्र करो या न करो, फिक्र का जिक्र सबसे जरूर करो!"
अब ये है असली खिलाड़ी की पहचान! काम की फिक्र हो या न हो, सबको बताओ कि आप कितने चिंतित हैं। अपने 'काम के बोझ' का बखान ऑफिस के कोने-कोने में करो। सहानुभूति मिलेगी और काम शायद किसी और के खाते में चला जाए!
"जो काम करे, उसे अंगुली करो और जो काम न करे उसकी चुगली करो!"
ये तो ऑफिस का सबसे पुराना नियम है! जो थोड़ा भी काम करता दिखे, तुरंत उसे पॉइंट आउट करो - "देखो, ये कितना काम कर रहा है!" और जो बिल्कुल काम नहीं करता, उसकी तो पीठ पीछे खूब चुगली करो! इससे ऑफिस में आपका 'सामाजिक कद' बढ़ता है! 😉
तो दोस्तों, ये थे नौकरी में मजे करने और टिके रहने के कुछ फनी, मगर असरदार मंत्र! इन्हें सीरियसली मत लेना, बस थोड़ा हंस लेना और ऑफिस के माहौल को हल्का-फुल्का बनाए रखना। आखिर में, "बने रहो पगले, काम करेंगे अगले!"
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें