में कभी किसी से हारा नहीं, कभी किसी से डरा नहीं ; पर तुम थी की ; ' चुटकुला और चिंता, किस्सा और कहानी, ग़ज़ल और गीत'
में कभी किसी से हारा नहीं, कभी किसी से डरा नहीं ; पर तुम थी की ; ' चुटकुला और चिंता, किस्सा और कहानी, ग़ज़ल और गीत'...
नैनो मे बसे है ज़रा याद रखना, अगर काम पड़े तो याद करना |
मुझे तो आदत है आपको याद करने की, अगर हिचकी आए तो माफ़ करना |
हमें तो अपनों ने लूटा, गैरों में कहाँ दम था |
मेरी हड्डी वहाँ टूटी, जहाँ हॉस्पिटल बन्द था |
मुझे जिस एम्बुलेन्स में डाला, उसका पेट्रोल ख़त्म था |
मुझे रिक्शे में इसलिए बैठाया, क्योंकि उसका किराया कम था |
मुझे डॉक्टरों ने उठाया, नर्सों में कहाँ दम था |
मुझे जिस बेड पर लेटाया, उसके नीचे बम था |
मुझे तो बम से उड़ाया, गोली में कहाँ दम था |
और मुझे सड़क में दफनाया, क्योंकि कब्रिस्तान में फंक्शन था |
ये दुनिया वाले भी बड़े अजीब होते है कभी दूर तो कभी क़रीब होते है |
दर्द ना बताओ तो हमे कायर कहते है और दर्द बताओ तो हमे शायर कहते है |

