थोड़ी देर में भीड़ बढ़ी तो बस की छत भी भर गई.
किसी सरारती युवक ने निचे बेठे यात्रियों के
पिपे और डिब्बे खोल दिए जिनमे मिठाइयां और
दूसरा खाने का सामान था और ऊपर बेठे यात्रियों
ने जमकर मिठाइयो का मजा लिया..
जब नवलगढ़ में बस रुकी और जिनके पीपे और
डिब्बे थे उपर से उतारे
तो हंगामा खड़ा हो गया वो चिल्लाने लगे :-
"साले हरामजादो़ं
हम भिखमंगो को भी नहीं छोड़ा,
बड़ी मुश्किल से 3 घंटे शादी के खाने में जूठी प्लेटो से बीन बीन कर
खाना लाये और साले ऊपर बेठ कर सब चट कर गये"
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