प्यार के बारे में सुना था की दीवाना कर देता है,
आज खुद भी करके हम भी होश खो बैठे..!!
नफ़रत करें या प्यार करें, मैं तो एक दीवाना हूँ ।
दिल में रखें या बाहर फेंकें, मैं तो एक अंजाना हूँ ।
मेरी ख़ता कोंन सी है, मुझको पता नहीं यारो ?
वो चाहें मुझे जला डालें, मैं तो एक परवाना हूँ..!!
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दीवाना हूँ तेरा मुझे इंकार नहीं,
कैसे केह दूं की मुझे तुमसे प्यार नहीं,
कुछ शरारत तो तेरी नज़रो में भी थी,
मैं अकेला ही तो इसका गुनेहगर नही..!!
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प्यारे तेरी एक मुस्कुराहट ने होश उडा दिये,
हम होश मे आने बाले थे के तुम फिर मुस्कुरा दीये..!!
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