तेरी मोहब्बत शायरी -
तेरी मोहब्बत कि तलब थी तो हाँथ फैला दिये हमने,वरना हम तो अपनी जिन्दगी के लिए भी दुआ नही मागते..!!
मोहब्बत है या नफरत शायरी -
ये मोहब्बत है या नफरत कोई इतना तो समझाए,कभी मैं दिल से लड़ता हूँ कभी दिल मुझ से लड़ता है..!!
तुम्हारी नफरत शायरी -
तुम्हारी नफरत पर भी लुटा दी ज़िंदगी हमने,सोचो अगर तुम मोहब्बत करते तो हम क्या करते..!!
मोहब्बत भी मंजूर शायरी -
हक़ से दे तो तेरी नफरत भी सर आँखों पर...खैरात में तो तेरी मोहब्बत भी मंजूर नही..!!
रिश्ता तोड़ शायरी -
वो मुझसे रिश्ता तोड़ कर चली गयी बस ये कह कर...!मै तो तुमसे मोहब्बत सीखने आई थी किसी और के लिए..!!
बर्बाद शायरी -
हो सकती है मोहब्बत दूसरी बार भी....बस होसला चाहिए.... दुबारा बर्बाद होने का..!!
तेरी मोहब्बत शायरी -
तेरी मोहब्बत भी किराये के घर की तरह थी......मैने कितना भी सजाया पर मेरी न हुई...!!
ए दिल अब शायरी -
ए दिल अब तू जगह बदल ले...मुझे फिर से मोहब्बत होने लगी हे..!!
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