औरों का धन सोना चांदी, अपना धन तो प्यार रहा है,
दिल से दिल का जो होता है, वो अपना व्यापार रहा है..!!
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सफ़र जब करा, तब यह अफसाना बना,
तेरे प्यार में मेरा दिल दीवाना बना,
यहाँ रस्ते से गुजरे अनेको मगर,
तेरा आँचल ही मेरा शामियाना बना..!!
इसका अपना ही एक तराना है,
सबको मालूम है कि मिलेंगे सिर्फ आंसू,
पर न जाने क्यों, दुनियां में हर कोई इसका दीवाना है..!!
हर दिल जो प्यार करेगा,
दीवाना सैकड़ों में पहचाना जाएगा..!!
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