=> इंसान सिर्फ आग से नहीं जलता, कुछ लोग तो हमारे अंदाज से भी जल जाते है...!!
=> तीन ही उसूल हैं मेरी जिन्दगी के आवेदन, निवेदन और फिर ना माने तो दे दना दन...!!
=> खेल ताश का हो या जिंदगी का, अपना इक्का तब ही दिखाना जब सामने बादशाह हो...!!
=> मैं क्यूँ कुछ सोच कर दिल छोटा करूँ, वो उतनी ही कर सकी वफ़ा जितनी उसकी औकात थी...!!
=> हम जैसे सिरफिरे ही इतिहास रचते हैं, समझदार तो केवल इतिहास पढ़ते हैं...!!
=> फेसबुक हैँ रिश्तो से भरा हुआ संसार, बिन देखे बिन जाने यहाँ खूब बरसता प्यार...!!
=> जिन्दगी तेरी भी, अजब परिभाषा है,सँवर गई तो जन्नत, नहीं तो सिर्फ तमाशा है...!!
=> मुझको पढ़ पाना हर किसी के लिए मुमकिन नहीं, मै वो किताब हूँ जिसमे शब्दों की जगह जज्बात लिखे है...!!
=> जिस शिद्दत से लडकिया मेकअप करती है, अगर उस शिद्दत से प्यार भी करे तो देश में शायर और शराबी आधे हो जाये...!!
=> माचिस को तो लोग यु ही बदनाम करते हैं, मेरे दोस्त । वरना लोगों के पिछवाड़े में आग तो भाई के ठाठ को देखकर ही लग जाती हैं...!!
=> बहुत पाक रिश्ते होते हैं नफरत के, कपड़े अक्सर मोहब्बत में ही उतरते हैं...!!
=> हम आज भी शतरंज़ का खेल अकेले ही खेलते हे, क्युकी दोस्तों के खिलाफ चाल चलना हमे आता नही...!!
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