ज़िन्दगी भर जीने की कसम दे गया,
लाखो फूलो में से फूल चुना हमने,
जो काँटों से भी गहरी चुभन दे गया...!! गम भरी, दर्द भरी, बेवफा शायरी !!
खामोशियो की आदत हो गयी है,
न सीकवा रहा न शिकायत किसी से,
अगर है तो एक मोहब्बत,
जो इन तन्हाइयों से हो गई है...!! गम भरी, दर्द भरी, बेवफा शायरी !!
वो अपनाने और ठुकराने की अदा भी उसकी थी,
मैं अपनी वफा का इन्साफ किस से मांगता,
वो शहर भी उसका था वो अदालत भी उसकी थी...!! गम भरी, दर्द भरी, बेवफा शायरी !!
जैसे आज से पहले कही देखा है तुझे,
बस कुछ पलों की ही बात हो जैसे,
तन्हा छोड़ के चल दिया था तू मुझे...!! गम भरी, दर्द भरी, बेवफा शायरी !!
थोड़ा नही बेशुमार किया था,
दिल टूट कर रह गया,
जब उसने कहा, अरे मैने तो मज़ाक किया था...!! गम भरी, दर्द भरी, बेवफा शायरी !!
ख्यालो में वो चेहरा भी दिखाई देगा,
ये महोब्बत है जरा सोच कर करना,
जो एक आंशू भी गिरा तो सुनाई देगा...!! गम भरी, दर्द भरी, बेवफा शायरी !!
हो सके तो लोट आ किसी बहाने से,
तू लाख खफा सही मगर एक बार तो देख,
कोई टूट सा गया है तेरे रूठ जाने से...!! गम भरी, दर्द भरी, बेवफा शायरी !!
कभी कभी गम देने वाला भी बहुत ख़ास होता है,
ये और बात है वो हर पल नही होता हमारे पास,
मगर उसका दिया गम अक्सर हमारे पास होता है...!! गम भरी, दर्द भरी, बेवफा शायरी !!
है बेवफा गम-ऐ मोहब्बत क्या जाने,
जिन्हे मिलता है हर मोड पर नया हमसफर,
वो भला प्यार की कीमत क्या जाने...!! गम भरी, दर्द भरी, बेवफा शायरी !!
मोड़ पे जाके कुछ देर ठहरता होगा,
भूल जाना मुझको इतना आसान तो न होगा,
दिल में कुछ टूट के तो बिखरता होगा...!! गम भरी, दर्द भरी, बेवफा शायरी !!
कोई मजबूरी होगी तो दिल तोड कर रोए,
मेरे सामने कर दिए मेरे तस्वीर के टुकड़े,
पता चला मेरे पीछे वो उन्हें जोड कर रोए...!! गम भरी, दर्द भरी, बेवफा शायरी !!
मरहम की कसम मरहम न मिला मरहम की जगह मर हम गए...!! गम भरी, दर्द भरी, बेवफा शायरी !!
दर्द मिलता है, पर सहा नहीं जाता,
रिस्ता बन गया इस क़दर आपसे,
बिन याद किए आपको, अब रहा नहीं जाता...!! गम भरी, दर्द भरी, बेवफा शायरी !!
बातें करने का अंदाज हुआ करता है,
जब तक दिल को ठोकर नहीं लगती,
सबको अपने प्यार पर नाज हुआ करता है...!! गम भरी, दर्द भरी, बेवफा शायरी !!
वो भी पल पल हमे आजमाते रहे,
जब मोहब्बत मे मरने का वक्त आया,
हम मर गए और वो मूस्कूराते रहे...!! गम भरी, दर्द भरी, बेवफा शायरी !!
हर दर्द को हँसी में छुपा लेना ही है ज़िन्दगी,
ज़िंदगी में जीत मिली तो क्या हुआ,
हार कर भी ख़ुशी जताना ही है ज़िंदगी...!! गम भरी, दर्द भरी, बेवफा शायरी !!
ज़ख़्म देकर पूछते हैं कि हाल कैसा है,
किसी एक से गिला अब क्या करें हम,
यहाँ तो सारी दुनिया का मिज़ाज़ एक जैसा है...!! गम भरी, दर्द भरी, बेवफा शायरी !!
मिलेगी नज़रो से नज़र तो नज़र झुका लेगी,
उसे मेरी कब्र पे दिया जलाने को ना कहना,
वो नादान है दोस्तों अपने हाथ जला लेगी...!! गम भरी, दर्द भरी, बेवफा शायरी !!
ना चाहते हुए भी प्यार होता है,
क्यू देखते है हम वो सपने,
जिनके टूटने पर भी उनके,
सच होने का इंतेज़ार होता है...!! गम भरी, दर्द भरी, बेवफा शायरी !!
सो बार उसको मेरी यादों ने रुलाया होगा,
उसके चेहरे पर मेरा नाम लिखा है यारो,
उसने किस-किस से ये मेरा नाम छुपाया होगा...!! गम भरी, दर्द भरी, बेवफा शायरी !!
ये गिरते भी उनके लिये हैं,
जिन्हें इनकी परवाह नहीं होती...!! गम भरी, दर्द भरी, बेवफा शायरी !!
तेरी कसम तुझे अपना हम बनाने आये थे,
किस बात की सजा दी तूने हमको ए-सनम,
बेवफा हम तो तेरे दर्द को अपनाने आये थे...!! गम भरी, दर्द भरी, बेवफा शायरी !!
सुनते सुनते लोग बहरे हो गए,
जब कभी दिल से लगाया यार को,
जख्म दिल के और गहरे हो गए...!! गम भरी, दर्द भरी, बेवफा शायरी !!
जिस पर मरते रहे उसी ने भुला दिया,
हम तो उनकी याद में आंसू पीते गए,
एक दिन उसने आंसुओ में भी जहर मिला दिया...!! गम भरी, दर्द भरी, बेवफा शायरी !!
किस मंजिल को पाना है ये कौन जानता है,
दोस्ती के दो पल जी भर के जी लो,
किस रोज़ बिछड जाना है ये कौन जानता है...!! गम भरी, दर्द भरी, बेवफा शायरी !!
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