इस तरह याद आने से क्या फाइदा ,
जब मेरे दिल की दुनिया बसाती नहीं
फिर ख्यालों में आने से क्या फाइदा
क्या कहूं आपसे कितनी उमीदें थी
आसरा दे के दिल तोड़ ते हैं मेरा
इस तरह सताने से क्या फाइदा,
चार तिनके जला के क्या मिल गया
मिट सकना ज़माने से मेरा निशाँ ,
मुझपे बिजली गिराओ तो जानू सही
आशिआन पर गिराने से क्या फाइदा...!!!
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