कैयां जोर जोर सु पोपा हो'री है...
कंजूस लुगाई आपरै धणी नै जोर-जोर सूं धमका री ही। पाड़ोसण ये सुन र पूछ्यो- 'कैयां जोर जोर सु पोपा हो'री है?'
लुगाई बोली- 'म्हैं पतिदेव नै कह री ही, कै दो-दो सीढी एक सागै चढियो जिण सूं जूता कम टूटैंगा।'
पाड़ोसण बोली- 'पण ईं में नाराज होणै की के बात है। बै थारो कैणो मान्यो कोनी के?'
लुगाई बोली- 'कैणो तो मान लियो, पण बै दो-दो की जगां, च्यार-च्यार सीढी चढ़ बैठ्या,
लुगाई बोली- 'म्हैं पतिदेव नै कह री ही, कै दो-दो सीढी एक सागै चढियो जिण सूं जूता कम टूटैंगा।'
पाड़ोसण बोली- 'पण ईं में नाराज होणै की के बात है। बै थारो कैणो मान्यो कोनी के?'
लुगाई बोली- 'कैणो तो मान लियो, पण बै दो-दो की जगां, च्यार-च्यार सीढी चढ़ बैठ्या,
सो नूंई पैंट फड़वा ल्याया।'