बात या ह क स्कूल म म्हारो मन कोणी लागे, और रात ने नींद कोनी आवे : किस्सा और कहानी, ग़ज़ल, गीत और चुटकुला, प्यार और दोस्ती
टू,
मारवार
सर,
बात या ह क स्कूल म म्हारो मन कोणी लागे, और रात ने नींद कोनी आवे, क्योकि स्कूल म छोरिया कम हो री है, और मारी किलास म एक बी कोनी ह,और जे किलास म ह वे सारी सुगली है, की देखन रो मन कोनी करे | मैडम भी कोई टॉप फटाको कोनी है, कुछ नहीं तो कम सु कम 4-5 बढ़िया बायींजी ही रख लो.ठानी बहुत कृपा होवे ली. थान घणी सारी धन्यवाद.
तारिक:-करवा चोथ-2011.
थारो घनु लाडलो छोरो पप्पुड़ो,
द मारसाब,
सरकारी स्कूल,मारवार
सर,
बात या ह क स्कूल म म्हारो मन कोणी लागे, और रात ने नींद कोनी आवे, क्योकि स्कूल म छोरिया कम हो री है, और मारी किलास म एक बी कोनी ह,और जे किलास म ह वे सारी सुगली है, की देखन रो मन कोनी करे | मैडम भी कोई टॉप फटाको कोनी है, कुछ नहीं तो कम सु कम 4-5 बढ़िया बायींजी ही रख लो.ठानी बहुत कृपा होवे ली. थान घणी सारी धन्यवाद.
तारिक:-करवा चोथ-2011.
थारो घनु लाडलो छोरो पप्पुड़ो,