स्विस लेखक लैंडस्ट्रोन ने भारत देश के बारे में लिखा था .... "जाने के अनेक रास्ते व माध्यम हैं पर उद्देश्य एक ही था चमत्कारिक देश भारत पहुचना , जो धन से लबालब भरा है ।"
महान लेखक शेक्सपियर ने भारत भूमि को विश्व के लिए "महान अवसरों की चरम सीमा " कहा है ।
जर्मन दार्शनिक हेगेल ने भारत को "मनोकामना की भूमि" बतलाया था ।
इस चिंतन में सत्यांश है कि अमेरिका कि खोज, आस्ट्रेलिया के बहु भाग की जानकारी और इंग्लैंड की औद्योगिक क्रांति की सफलता के रहस्य में भारत का सोना-चांदी एक महत्वपूर्ण और निर्णायक तत्तव रहा है ।
विश्व के सबसे पुराने हिन्द, हिन्दू, हिन्दुस्थान को लगी दीमक, दुनिया में सबसे भोले, विश्वास पर चलने वाले और दयालु, हिन्द, हिन्दू , हिन्दुस्थान, पर खतरा मंडराने लगा।
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