शायरी हिन्दी मै - चाँद का दर्द वो रात नही समझती
#1
अक्श होते हैं पीने के लिए,
जिन्दगी होती है जीने के लिए;
दोस्तों की दोस्ती को भुला न करो वर्ना,
न मिलेगा कोई जख्म सीने के लिए |
#2
पत्थर की दुनिया जज़्बात नही समझती,
दिल में क्या है वो बात नही समझती,
तन्हा तो चाँद भी सितारों के बीच में है,
पर चाँद का दर्द वो रात नही समझती…
जिन्दगी होती है जीने के लिए;
दोस्तों की दोस्ती को भुला न करो वर्ना,
न मिलेगा कोई जख्म सीने के लिए |
#2
पत्थर की दुनिया जज़्बात नही समझती,
दिल में क्या है वो बात नही समझती,
तन्हा तो चाँद भी सितारों के बीच में है,
पर चाँद का दर्द वो रात नही समझती…