वरना हम तो अपनी जिन्दगी के लिए भी दुआ नही मागते..!!
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तुम्हारी नफरत पर भी लुटा दी ज़िंदगी हमने,
सोचो अगर तुम मोहब्बत करते तो हम क्या करते..!!
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उंगलियां मेरी वफा पर ना उठाओ लोगों,
जिसे हो शक वो मुझसे मोहब्बत कर के देखे..!!
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ये मोहब्बत है या नफरत कोई इतना तो समझाए,
कभी मैं दिल से लड़ता हूँ कभी दिल मुझ से लड़ता है..!!
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तन्हा रहना तो सीख लिया हमने,
लेकिन खुश कभी ना रह पाएंगे,
तेरी दूरी तो फिर भी सह लेता ये दिल,
लेकिन तेरी मोहब्बत के बिना ना जी पाएंगे..!!
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