उस दौर से गुजर रहे है जो गुजरता ही नहीं,
अपने हालात का खुद एहसास नहीं है मुझको,
लोगों से सुना की परेशान हूँ आजकल..!!
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दूर निगाहों से बार बार जाया न करो,
दिल को इस कदर तड़पाया न करो,
तुम बिन एक पल भी जी न सकेंगे,
यह एहसास बार बार दिलाया न करो..!!
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बहुत रोये वो हमारे पास आ के जब एहसास हुआ,
उन्हे अपनी ग़लती का ।
चुप तो करा देते हम,
अगर चेहरे पे हमारे कफ़न ना होता..!!
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जिन्दगी ज़ख़्मो से भरी हे,
वक्त को महरम बनाना सीख लो ।
हारना तो है मौत के सामने,
फिलहाल जिन्दगी से जीतना सीख लो..!!
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