Lockdown and corona | लॉकडाउन और कोरोना
Lockdown and corona | लॉकडाउन और कोरोना के समय निम्नलिखित बातों का अवश्य ख्याल रखे -
सकारात्मक रहे,
दोस्तों, हारना नहीं है, हराना है -
हम आर्थिक चुनौतियों के दौर में हैं। बहुत से लोगों की नौकरी चली गई होगी। जा सकती है। सैलरी कम हो गई होगी या हो सकती है।याद रखना है कि ये हालात आपकी वजह से नहीं आए हैं-
- आप ख़ुद को दोष न दें। न हार, अपमानित महसूस करें। रास्ता नज़र नहीं आएगा लेकिन हिम्मत न हारें। कम से कम खर्च करें। अपनी मानसिक परेशानियों को लेकर अकेले न रहें। दोस्तों से बात करें। रिश्तेदारों से बात करें।
- किसी तरह का बुरा ख़्याल आए तो न आने दें। इस स्थिति से कोई नहीं बच सकता। तो धीरे धीरे खुद को पहाड़ काट कर नया रास्ता बनाने के लिए तैयार करें। अपनी भाषा या सोच ख़राब न करें।
- कुछ भी हो जाए, जीना है, कल के लिए। धीरज रखें। कम में जीना है। यह वक्त आपका इम्तहान लेने आ गया है।
- भरोसा रखिए जब आपने एक बार शून्य से शुरू कर यहाँ तक लाया है तो एक और बार शून्य से शुरू कर आप कहीं पहुँच जाएँगे। बस यूँ समझिए कि आप लूडो (सांप सीढ़ी) खेल रहे थे। 99 पर साँप ने काट लिया है लेकिन आप गेम से बाहर नहीं हुए हैं। क्या पता कब सीढ़ी मिल जाए। हंसा कीजिए। थोड़े दिन झटके लगेंगे। उदासी रहेगी लेकिन अब ये आ गया है तो देख लिया जाएगा यह सोच कर रोज़ जागा कीजिए।
घर रहे सुरक्षित रहे, जान है तो जाहान है -
- अपने आपको घर के काम में व्यस्त रखे जैसे साफ-सफाई, सजावट, बागवानी जैसे कई काम ।
- आप व्यापारी या नौकरी वाले है तो लॉकडाउन और कोरोना के बाद आने वाले बदलाव के लिए स्वम् की ट्रेनिंग करें।
- घर के काम में माता व् पत्नी का काम में सहयोग अवश्य करें क्योकि इनकी 365 दिन की ड्यूटी में कभी छुट्टी नहीं मिलती।
- प्रभु के गुण गाओ ओर भक्तिमय रहो। क्योकि इससे अच्छे दिन नही आ सकते भक्ति करने के।
- अपने माता-पिता को स्मार्टफोन चलाना सिखाये।
- अपने माता-पिता से खूब बात करें जैसे आपके माता-पिता आपके बचपन में आपसे बात करते थे।
सकारात्मक रहे,
